दोस्तों देश की दिग्गज कारोबारी के लिस्ट में टॉप पर आने वाली टाटा ग्रुप को हाल में गुजरात में 160 एकड़ जमीन मिली है। जिसका उपयोग कंपनी सेमीकंडक्टर कारखाने लगाने के लिए उसे करने वाली है। जिसके कारण से स्टॉक में सोमवार को या फिर कहे तो मार्च के महीने में तेजी देखने की उम्मीद है। इस लेख में हम आपको इस पूरी भीम के विषय में विस्तार से बताएंगे जिसके कारण आपके सोचने और समझने की क्षमता और निर्णायक निर्णय लेने में लाभ होगा।
क्या है पूरा मामला?
गुजरात के धोलेरो में इकट्ठा 160 एकड़ जमीन मिलने के बाद से वहां पर टाटा ग्रुप (Tata Group) अपना पहला मेगा एफबी कारखाना लगाएगी। जिसमें वहां पर निवेश की कुल लागत 91 हजार करोड रुपए है इस फैक्ट्री में सेमीकंडक्टर की असेंबली, टेस्टिंग, मार्केटिंग और पैकेजिंग का कार्य करेगी। गुजरात सरकार द्वारा और अधिकारियों के द्वारा बताया गया है कि तकरीबन 7600 करोड रुपए का निवेश सीजी पावर के कारखाने को लगाने में किया जाएगा और साणंद में 28 एकड़ जमीन दे भी गई है।
वेदांत को भी 600 एकड़ जमीन दिया
वेदांत-फॉक्सकॉन की फैब एवं डिस्प्ले परियोजना के लिए वेदांता ग्रुप को भी धोलेरा में 600 एकड़ जमीन दिया गया है लेकिन अभी तक वेदांता ग्रुप ने अपना कार्य शुरू नहीं किया है। यह परियोजना गुजरात सरकार ने 1.54 लाख करोड रुपए के निवेश के लिए वेदांता ग्रुप को दिया था।
टाटा ग्रुप की अन्य योजनाएं
गुजरात में टाटा ग्रुप की और भी अन्य परियोजनाएं पर कार्य किया जा रहा है जिसमें से कुछ परिवहन विमान बनाने हेतु कारखाना लगाने व अन्य जैसे टाटा सोलर पावर (Tata Solar Power) ने भी कार्य किया है जिसका 300 मेगावाट सिंगल ट्रैक्टर सोलर सिस्टम चालू हो चुका है।
(चेतावनी: यहां पर दी गई जानकारी बड़े न्यूज़ पब्लिकेशन और अखबारों से कलेक्ट करके दी गई है। हम निवेश करने की सलाह नहीं देते।)